न्यूज़ीलैंड को 197 रन से हराकर भारत ने 500वें टैस्ट मैच को शानदार अंदाज़ में फ़तह किया है। कप्तान विराट कोहली ने इसे अपने लिए सबसे शानदार और यादगार जीत बताया है, मगर ये जीत उनके लिए ही नहीं, समूचे क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी इसका विशेष महत्व है। इस जीत के बाद भारत टैस्ट क्रिकेट में फिर से नंबर वन बन गया है। उसने पाकिस्तान को हटाकर ये जगह पाई है।
खेल के चौथे दिन ही तय हो गया था कि अगर न्यूज़ीलैंड ने कोई चमत्कार न दिखाया तो मैच भारत की झोली में होगा। हुआ भी यही। सुबह पहले सत्र में न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाजों ने थोड़ा संघर्ष ज़रूर किया और भारतीय शिविर में थोडी निराशा भी दिखने लगी मगर एक बार विकेटों के गिरने का सिलसिला शुरू हुआ तो फिर भारत की जीत के साथ ही ख़त्म हुआ। न्यूज़ीलैंड भारतीय स्पिनरों के सामने असहाय दिखाई दी।
दरअसल, ये मैच स्पिनरों के ही नाम जाएगा। आर.अश्विन और रवींद्र जाडेजा ने मिलकर बीस में से 16 विकेट झटक लिए और इसी से साबित हो जाता है कि मैच में उनका कितना दबदबा रहा। मैच में कभी भी न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ इन गेंदबाज़ों पर हावी होना तो दूर, उन्हें ठीक से खेल भी नहीं सके।
मैच के पहले दिन जिस तरह से भारतीय बल्लेबाज़ आउट हुए थे उसे देखते हुए लगा था कि कहीं बाज़ी उसके हाथ से फिसल न जाए। पहले दिन न्यूज़ीलैंड के स्पिन गेंदबाज़ों ने अच्छा प्रदर्शन करके भारत को सस्ते में समेटने का इंतज़ाम कर दिया था। उस समय ये भी लग रहा था कि कहीं भारत ने एक गेंदबाज़ कम खिलाकर ग़लत तो नहीं किया। लेकिन अश्विन और जाडेजा ने ऐसी गेंदें घुमाईं कि किसी की कमी खली ही नहीं।
बल्लेबाज़ों ने भी दूसरी पारी में समझदारी से बल्लेबाज़ी की। ख़ास तौर पर मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने। लेकिन सबसे ख़ास बात ये रही कि पुछल्ले बल्लेबाज़ अच्छे खेल का प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे ऊपरी एवं मध्यक्रम पर निर्भरता कम हुई है। ये एक अच्छा संकेत है।
रवींद्र जाडेजा को उनके हरफ़नमौला प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया मगर वास्तव में सबसे चमत्कारिक प्रदर्शन रहा अश्विन का । उन्होंने अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप गेंद्बाज़ी करते हुए एक बार फिर साबित कर दिया कि वे भारत के ही नहीं दुनिया के भी सर्वश्रेष्ठ स्पिन गेंदबाज़ हैं। वे सबसे कम समय में 200 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में तीसरे नंबर पर काबिज़ हो गए हैं।
तीन टैस्ट मैचों की सीरीज़ में भारत 1-0 से आगे हो गया है। कानपुर टैस्ट की जीत का मनोवैज्ञानिक लाभ अब उसे अगले टैस्ट में भी मिलेगा।
भारतीय क्रिकेट के लिए इस जीत के कुछ और ही मायने हैं
This victory is very special for Indian Cricket