बीजेपी ने संविधान से ग़ायब कर दिए ये शब्द। मंच गया हंगामा

बीजेपी ने संविधान से ग़ायब कर दिए ये शब्द। मंच गया हंगामा 


Constitution in Crisis: BJP’s Bold Move Sparks Massive Uproar! #BJP #ConstitutionCrisis #IndianPolitics #BJPControversy #UproarInParliament #BoldMove #ConstitutionDebate 

संविधान एक तीखी बहस के केंद्र में है क्योंकि भाजपा ने संविधान से इन शब्दों को हटा दिया है, जिससे देश विभाजित हो गया है और मंच पर हंगामा मच गया है।


वास्तव में ये शब्द क्या थे, और इनके हटाए जाने से इतना बड़ा विवाद क्यों छिड़ गया?

Constitution in Crisis: BJP’s Bold Move Sparks Massive Uproar!
Constitution in Crisis: BJP’s Bold Move Sparks Massive Uproar!

इस वीडियो में, हम भाजपा के इस साहसिक कदम, राजनीतिक स्पेक्ट्रम में इस पर होने वाली प्रतिक्रियाओं और देश के भविष्य के लिए इसके क्या मायने हो सकते हैं, के बारे में विस्तार से बात करेंगे।

चाहे आप समर्थक हों या आलोचक, यह एक ऐसा घटनाक्रम है जिसे आप अनदेखा नहीं कर सकते!

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मंच पर दिए गए विस्फोटक बयानों से लेकर जनता की बढ़ती चिंताओं तक, हमारे पास सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ हैं।

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The Constitution is at the center of a fiery debate as BJP removed these words from the constitution, leaving the nation divided and the stage filled with uproar. 


What exactly were these words, and why has their removal sparked such a massive controversy? 

In this video, we dive deep into the details of this bold move by the BJP, the reactions it has triggered across the political spectrum, and what it could mean for the future of the country. 

Whether you’re a supporter or a critic, this is a development you cannot ignore!

Join us as we explore the heated discussions and the dramatic scenes that unfolded, leaving everyone on the edge of their seats. 

From explosive statements on stage to the public's growing concerns, we’ve got all the crucial insights. 

Don’t forget to share your thoughts in the comments—this is your chance to be part of the conversation on one of the most talked-about topics in the country right now!


वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण
Analysis by senior journalist
Prof. (Dr.) Mukesh Kumar
Journalist, TV Anchor, Writer, Poet & Translator

प्रोफेसर (डॉक्टर) मुकेश कुमार के बारे

एक शख्स जो सुबह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता है, फिर किसी चैनल पर बहस कर रहा होता है, और शाम  को किताब लिखने में जुट जाते हैं! जी, वही हैं हमारे डॉ. (प्रोफेसर) मुकेश कुमार.


About Professor (Doctor) Mukesh Kumar
Dr. Mukesh Kumar


उन्होंने मीडिया की दुनिया में 30 साल से भी ज़्यादा का समय बिताया है. सोचिए, जब टीवी पर रंगीन टीवी नहीं आते थे, तब वह पत्रकारिता कर रहे थे!

उनके नाम छह न्यूज़ चैनल लॉन्च करने का रिकॉर्ड है, और अनगिनत शोज़ की एंकरिंग कर चुके हैं. उनकी बातचीत इतनी दिलचस्प होती है कि दर्शक टकटकी लगाकर देखते रहते हैं.


लेकिन प्रोफेसर कुमार सिर्फ टीवी के ही सुल्तान नहीं हैं. उन्हें लिखने का भी बड़ा शौक है.

उनकी 13 किताबें छप चुकी हैं, जिनमें से कुछ तो पत्रकारिता की तकनीक पर हैं, तो कुछ में उन्होंने कहानियों और कविताओं को पिरोया है.

अब सोचिए, इतना कुछ करने के बाद भी वह यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं. उनकी क्लासेज़ में स्टूडेंट्स को सिर्फ थ्योरी नहीं, बल्कि असल ज़िंदगी का अनुभव भी मिलता है.

कहीं ना कहीं वह अपनी ज़िंदगी का हर रंग अपने स्टूडेंट्स पर भी बिखेर देते हैं. 

तो कुल मिलाकर, डॉ. (प्रोफेसर) मुकेश कुमार  एक ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने मीडिया और शिक्षा की दुनिया में अपना परचम लहराया है.

वह हर काम को पूरे जुनून और लगन से करते हैं, और यही बात उन्हें सबसे अलग बनाती है.

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